हरियाणा में बाहरी मजदूरों के पलायन पर रोक लगा दी गई है। सभी अंतरराज्यीय और अंतर-जिला सीमाएं अगले आदेशों तक सील रहेंगी। जो जहां है, उसे वहीं रोककर रखा जाएगा, कहीं जाने की अनुमति हरगिज नहीं दी जाएगी। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने रविवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से डीसी और पुलिस अधीक्षकों को बंद का कड़ाई से पालन कराने के निर्देश दिए हैं।
सीएम ने कहा है कि पलायन कर रहे लोगों के लिए वहीं पर रिलीफ कैंप स्थापित कर उनके खाने-पीने और रहने की व्यवस्था की जाए और अगर फिर भी कोई जबरदस्ती करता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई करें। रिलीफ कैंप के लिए नोडल अधिकारी भी नियुक्त किए जाएं। जो इनके खाने-पीने और स्वास्थ्य इत्यादि का ध्यान रखेंगे। इन कैंप में सोशल डिस्टेंसिंग का विशेष ध्यान रखें।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी मुख्य मार्गों के साथ-साथ ऐसे रिलीफ कैंप स्थापित कर लोगों को रास्तों पर रहने की अनुमति बिल्कुल नहीं दें। इसके अलावा जिला स्तर पर कॉल सेंटर भी स्थापित किए जाएं। आपदा के दौरान सहायता के लिए विभिन्न समाजसेवी संस्थाओं को भी जोड़ा जाए। उनके लोगों को जिम्मेदारी देकर कार्य करने दें। राधा स्वामी सत्संग समेत अनेक सामाजिक संस्थाओं ने हर तरह की मदद की पेशकश की है।
हर ऐसे आश्रय स्थल पर एक अधिकारी नियुक्त किया जाना चाहिए, जो लोगों के खाने-पीने समेत विभिन्न जरूरतों का ध्यान रख सके। हर आश्रय पर सरकार की ओर से स्वास्थ्य तथा सफाई सुविधा का प्रबंध सरकार की ओर से करें। गर्म भोजन की व्यवस्था जहां तक संभव हो किसी स्थानीय गैर-सरकारी संस्था को दें। इसके अलावा जो बुजुर्ग या असहाय व्यक्ति अकेले रह रहे हैं, उनका ध्यान रखने की भी व्यवस्था करें।